वॉशिंगटन । दलगत लोकतांत्रिक कांग्रेस समिति ने एक रिपोर्ट में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप लगाया है कि वह अपने परिवार को विदेशी नेताओं द्वारा दिए गए 2 लाख 50 हजार अमेरिकी डॉलर (लगभग दो करोड़ छह लाख रुपये) के उपहार के बारे में जानकारी देने में विफल रहे। रिपोर्ट के अनुसार उपहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ सहित कई भारतीय नेताओं द्वारा दिए गए 47 हजार अमेरिकी डॉलर (लगभग 38 लाख 85 हजार रुपये) के उपहार भी शामिल हैं।
समिति की रिपोर्ट का शीर्षक है ‘सऊदी तलवारें, भारतीय आभूषण और डोनाल्ड ट्रंप का एक विशालकाय साल्वाडोरन पोर्ट्रेट: प्रमुख विदेशी उपहारों की जानकारी देने में ट्रंप प्रशासन की विफलता.’ रिपोर्ट, विदेशी उपहार और सजावट अधिनियम के तहत कार्यालय में रहते हुए विदेशी सरकारी अधिकारियों से मिले उपहारों की जानकारी देने में पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की विफलता को लेकर समिति डेमोक्रेट्स की चल रही जांच के प्रारंभिक निष्कर्ष प्रस्तुत करती है।
उल्लेखनीय है कि ट्रंप एक रिपब्लिकन नेता हैं और वह 2017 से 2021 तक अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के पद पर थे। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि ट्रंप और उनका परिवार 100 से अधिक विदेशी उपहारों की जानकारी देने में विफल रहा, जिनका कुल मूल्य एक मिलियन डॉलर (लगभग 8.26 करोड़ रुपये) से अधिक था। नवंबर 2021 में विदेश विभाग के महानिरीक्षक कार्यालय ने ट्रंप प्रशासन के दौरान प्रोटोकॉल प्रमुख के कार्यालय में महत्वपूर्ण समस्याओं पर एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें ‘कीमती लापता सामान’ शामिल थे।
रिपोर्ट के अनुसार दस्तावेजों से पता चला है कि ट्रंप परिवार को भारत से 47 हजार अमेरिकी डॉलर (लगभग 38 लाख 85 हजार रुपये) से अधिक के अनुमानित मूल्य के 17 ऐसे उपहार मिले, जिनकी जानकारी नहीं है। इन उपहारों में योगी आदित्यनाथ द्वारा दिया गया 8 हजार 500 अमेरिकी डॉलर (लगभग सात लाख रुपये) का फूलदान, ताजमहल का 4 हजार 600 अमेरिकी डॉलर (लगभग 3.80 लाख रुपये) का मॉडल, पूर्व राष्ट्रपति कोविंद द्वारा दिया गया 6 हजार 600 अमेरिकी डॉलर (लगभग 5.45 लाख रुपये) का गलीचा और प्रधानमंत्री मोदी की ओर से दिए गए 19 सौ अमेरिकी डॉलर (लगभग 1.57 लाख) के उपहार शामिल हैं।