नई दिल्ली । केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में कहा कि केंद्र सरकार भारतीय कंपनियों को रूस से तेल खरीदने के लिए नहीं कहती है लेकिन भारतीय लोगों के हित में सबसे अच्छा सौदा हासिल करना एक समझदारी भरी नीति है। 
राज्यसभा में जयशंकर ने कहा कि यह सुनिश्चित करना उनका कर्तव्य है कि वे भारतीय लोगों के हितों को सर्वोपरि रखें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें उर्वरक भोजन आदि के लिए कुछ अन्य देशों के कार्यों या किसी अन्य क्षेत्र की गतिविधिओं की कीमत ना चुकानी पड़े। उन्होंने कहा ‘‘हम अपनी कंपनियों को रूसी तेल खरीदने के लिए नहीं कहते हैं। हम उन्हें कहते हैं कि उन्हें जो सबसे अच्छा विकल्प मिले उसी के अनुसार वे तेल खरीदें। यह बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है। विदेश मंत्री ने कहा अगर कल बाजार हमें अधिक प्रतिस्पर्धी विकल्प देता है तब फिर कृपया समझिए। ऐसा नहीं है कि हम सिर्फ एक देश से तेल खरीदते हैं। हम कई स्रोतों से तेल खरीदते हैं लेकिन भारतीय लोगों के हितों में जो सबसे अच्छा सौदा मिलता है वह एक समझदार नीति है। हम यही करने की कोशिश कर रहे हैं।’’