हम सभी ने अपने बड़े बुजुर्गों को कहते सुना होगा कि कुछ कार्य शाम के वक्त यानी सूरज ढलने के बाद नहीं करने चाहिए। अगर कोई इन कार्यों को करता हैं तो उसे दुख दर्द, शोक और दरिद्रता का सामना करना पड़ता हैं।

धार्मिक तौर पर हर दिन और खास मौकों को लेकर नियम बताए गए हैं जिसके अनुसार सूर्यास्त के बाद कुछ कार्यों को करना अशुभ माना जाता हैं अगर कोई इन नियमों की अनदेखी करता हैं तो इसे अशुभ परिणाम भुगतना पड़ सकता हैं लेकिन इनका पालन करने वाले को जीवन में सुख समृद्धि और लक्ष्मी कृपा प्राप्त होती हैं तो आज हम आपको बता रहे हैं कि वो कौन से काम हैं जिन्हें भूलकर भी संध्याकाल में नहीं करने चाहिए वरना माता लक्ष्मी क्रोधित हो जाती हैं तो आइए जानते हैं।

सूर्यास्त के बाद न करें ये काम-
धार्मिक और ज्योतिष की मानें तो सूरज ढलने के बाद कभी भी झाड़ू नहीं लगाना चाहिए और ना ही कूड़ा कचरा घर से बाहर फेंकना चाहिए। मान्यता है कि संध्याकाल में माता लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं। ऐसे में इस दौरान साफ सफाई के कार्य को करने से बचना चाहिए वरना दरिद्रता का सामना करना पड़ता हैं इसके अलावा सूरज ढलने के बाद हल्दी किसी को नहीं देना चाहिए और ना ही इसका दान करना चाहिए ऐसा करना अच्छा नहीं माना जाता हैं इससे कुंडली का गुरु कमजोर हो जाता हैं और सौभाग्य दुर्भाग्य में बदलने लगता हैं।

वास्तुशास्त्र की मानें तो शाम के वक्त यानी सूरज डूबने के बाद सफेद चीजों जैसे दूध, दही, पनीर, चीनी, नमक आदि का दान भी करना अच्छा नहीं माना जाता हैं ऐसा करने से धन हानि का समाना करना पड़ता है साथ ही घर में गरीबी छा जाती हैं। सूरज डूबने के बाद वस्त्रों को धोना और सूखाना भी अच्छा नहीं माना जाता हैं ऐसा करने से घर में नकारात्मकता प्रवेश करती हैं जो दुख परेशानियों को पैदा देती हैं।