प्रधानमंत्री क‍िसान सम्‍मान न‍िध‍ि की 14वीं क‍िस्‍त का इंतजार देशभर के क‍िसानों को है. सरकार की तरफ से मार्च के अंतिम सप्‍ताह में पीएम क‍िसान की आख‍िरी क‍िस्‍त पात्र क‍िसानों के खाते में ट्रांसफर की जाने की उम्‍मीद है. लेक‍िन इस क‍िस्‍त का पैसा आने से पहले ही केंद्रीय कृष‍ि मंत्री नरेंद्र स‍िंह तोमर ने एग्रीकल्‍चर सेक्‍टर में टेक्‍नोलॉजी के महत्‍व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि केंद्र और व‍िभ‍िन्‍न राज्य सरकारें तकनीक को छोटे किसानों तक पहुंचाने की दिशा में लगातार काम कर रही हैं. इससे क‍िसानों को आर्थ‍िक रूप से मजबूत करने में मदद म‍िलेगी.

बड़े किसानों की तकनीक और कृषि विज्ञान केंद्रों तक पहुंच

हैदराबाद में आयोज‍ित एक कार्यक्रम में कृष‍ि मंत्री ने जोर देते हुए कहा ‘आज यह जरूरी है क‍ि हम एग्रीकल्‍चर सेक्‍टर में तकनीक को बड़े पैमाने पर कैसे जोड़ सकते हैं.’ देश में बड़े किसानों की तकनीक और कृषि विज्ञान केंद्रों सहित तमाम संसाधनों तक पहुंच है. यह केंद्र और राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि वे छोटे किसानों तक पहुंचें, जिनके पास तकनीक और अन्य तक पहुंच नहीं है. उन्होंने कहा, 'इसलिए केंद्र और राज्य सरकारें इस दिशा में काम कर रही हैं कि कृषि का डिजिटलीकरण कैसे बढ़ाया जा सकता है और डिजिटल गतिविधियों के जर‍िये आम किसानों तक कैसे पहुंचा जा सकता है.’

11.50 करोड़ किसानों के खाते में पहुंचे रुपये

तोमर ने पीएम किसान योजना और सरकारी खरीद का उदाहरण देते हुए कहा कि इन दोनों योजनाओं पर पहले हर तरह के सवाल उठते थे. पीएम-किसान योजना के 2.40 लाख करोड़ रुपये 11.50 करोड़ किसानों के खातों में पहुंच गए हैं. अब देश में कोई सवाल नहीं उठाया गया है. इसी तरह बिना किसी शिकायत के किसानों की उपज की खरीद के बाद उनके खाते में पैसा पहुंच जाता है. उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी उत्पादकता बढ़ाने, अपनी फसलों को बचाने और उन्हें बाजारों से जोड़ने के लिए तकनीकी की जरूरत है. केंद्र और राज्य सरकारें इस दिशा में पूरी गंभीरता के साथ काम कर रही हैं.