दुष्यंत स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय में लता मंगेशकर पर भोपाल के सुप्रसिद्ध लेखक सुरेश पटवा की पुस्तक का लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर विकास दवे, निदेशक मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी, संस्कृति विभाग ने की, मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध नाट्यकर्मी राजीव वर्मा उपस्थित रहे। कुमार सुरेश व्यंगकार सारस्वत अतिथि थे। 
कार्यक्रम का सफल और सरस संचालन वरिष्ठ साहित्यकार गोकुल सोनी ने किया।
श्री पटवा की दो पुस्तकों सुरमयी लता और प्रेमार्थ कहानी संग्रह का लोकार्पण हुआ। इस अवसर पर प्रसिद्ध संगीतज्ञ उल्हास तेलंग ने सुरमयी लता पुस्तक और वरिष्ठ साहित्यकार घनश्याम सक्सेना ने प्रेमार्थ कहानी संग्रह की समीक्षा प्रस्तुत की। 

डॉक्टर विकास दवे ने कहा कि- लता दीदी विलक्षण व्यक्तित्व थीं जिन्हें ईश्वर ने सरस्वती पुत्री के रूप में सिरजा था। प्रेम के अनेकों रूपों को प्रेमार्थ पुस्तक में संजोया गया है।  

राजीव वर्मा ने उपस्थित साहित्यकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि- पटवा जी का लेखन उत्कृष्ट कोटि का है जो पाठक को बांध कर रखता है। कुमार सुरेश जी ने पटवा जी के लेखन की विशेषताओं का उल्लेख किया। 

संग्रहालय के निदेशक राजुरकर राज ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया। आभार प्रदर्शन   ने किया। 
श्री गोकुल सोनी ने लेखक को जानिए कार्यक्रम के अंतर्गत कुछ पैने और चुटीले सवाल श्री पटवा से किए जिनके श्री पटवा ने बड़ी बेबाकी से जवाब दिए।
अंत में श्री अशोक धमेनिया ने आभार प्रदर्शन किया। 
डॉक्टर मोहन तिवारी आनंद, बिहारी लाल सोनी अनुज करनल गिरिजेश सक्सेना, एवं अन्य साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।