इंदौर ।   शहर कांग्रेस नेताओं में चुनाव से ठीक पहले मतभेद अब घमासान में बदलते दिख रहे हैं। कांग्रेस ने अब तक टिकटों की घोषणा नहीं की है इस बीच कांग्रेस नेता पर पूर्व पदाधिकारियों ने भूमाफिया के आरोप लगा दिए हैं। शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के पूर्व पदाधिकारी ने ही अरविंद बागड़ी पर निशाना साधा। बागड़ी कुछ महीनों पहले शहर कांग्रेस अध्यक्ष बने थे लेकिन विरोध के बाद नियुक्ति पर रोक भी लग गई थी। शुक्रवार को शहर कांग्रेस के पूर्व महामंत्री नरेंद्र सिलावट ने पत्रकार वार्ता में बागड़ी पर कालोनी विकसित करने व बहुमंजिला भवन बनाने के लिए शहर के सरकारी नाले पर कब्जे का आरोप लगाया। सिलावट ने कहा कि आरटीओ आफिस के सामने नाला बंद कर दिया गया है। साथ ही पालदा कांकड़ की सरकारी जमीन पर भी कब्जा कर लिया है। पत्रकार वार्ता में सिलावट ने बागड़ी को भूमाफिया संबोधित किया।

उन्होंने यह भी कहा कि मामले में कलेक्टर के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ को भी शिकायत की जा चुकी है। प्रकरण में जांच और कार्रवाई होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस में अब तक विधानसभा टिकटों की घोषणा नहीं हुई है। दावेदारों के रूप में तमाम नाम हवा मैं तैर रहे हैं। ताजा विवाद को भी टिकटों की प्रतिस्पर्धा और कांग्रेस की अंदरुनी राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।

अनुशासन ताक पर

दो दिन पहले ही कांग्रेस ने आठ कार्यकर्ताओं को राहत दी है और कारण बताओं नोटिस रद कर दिए हैं। इन कार्यकर्ताओं ने बागड़ी के अध्यक्ष बनने के बाद विरोध करते हुए पुतले जलाए थे। इस बीच कांग्रेस में चुनाव के पहले अनुशासन ताक पर रख दिया गया है। टिकट के लिए हाजिरी लगाने शुक्रवार को फिर से कुछ नेता-दावेदार दिल्ली पहुंचे हैं।कयास लगाए जा रहे हैं 15-16 अक्टूबर को पहली सूची आ सकती है।

इनका कहना 

यह सब बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। इससे पहले भी पिछले वर्ष दिसंबर में वसूली के लिए इस तरह के आरोप लगाए गए थे। इसके पीछे भी उन्हीं लोगों का हाथ है। ऐसी बातों को तूल नहीं दिया जाना चाहिए।

- अरविंद बागड़ी, पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष