भोपाल । प्रदेश के उज्जैन जिले स्थित ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में आज भक्तों ने ध्वज रंगपंचमी मनाई। वहीं शाम को भव्य चल समारोह में भी निकाला जाएगा।  अवंतिकानाथ तड़के चार बजे भस्म आरती में टेसू के फूलों से बनाए गए प्राकृतिक रंग से होली खेली। शाम को 6:30 बजे 51 ध्वज के साथ श्री महाकालेश्वर ध्वज चल समारोह निकाला जाएगा। रविवार शाम छह बजे मंदिर के सभामंडप में भगवान वीर भद्र व ध्वज का पूजन होगा। इसके बाद चल समारोह की शुरुआत होगी। गेर में राजभवन से आया ध्वज, मंदिर का प्रतीक चांदी का ध्वज तथा 51 अन्य ध्वज निशान शामिल रहेंगे। विद्युत रोशनी से झिलमिलाती झांकियां, विभिन्न वाद्य दल तथा मंदिर के पुजारी, पुरोहित अधिकारी आदि शामिल होंगे।भगवान महाकाल की रंग-रंगीली होली के लिए शनिवार को पुजारियों ने करीब पांच क्विंटल टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार कर लिया था। करीब 400 लीटर रंग को ठंडा होने के बाद आइस कंटेनर में सुरक्षित रखा गया। इसी रंग से भगवान महाकाल के दरबार में होली खेली गई। भस्म आरती में मौजूद भक्तों को भी रंग से सराबोर किया गया। पुजारी दिलीप गुरु ने बताया कि रंगपंचमी एकमात्र ऐसा दिन है, जिसमें आरती के दौरान ज्योतिर्लिंग पर सतत रंगधारा अर्पित की जाती है। भस्म आरती के बाद पुजारियों ने भक्तों के साथ होली खेली। शाम को श्री महाकालेश्वर ध्वज चल समारोह के रूप में मंदिर की भव्य गेर निकाली जाती है।