ऑस्ट्रियाई चरम खेलों के में निपुणता रखने वाले फेलिक्स बॉमगार्टनर का गुरुवार को मध्य इटली में एक पैराग्लाइडिंग दुर्घटना में निधन हो गया. उनकी उम्र 56 वर्ष की थी. इटली के मध्य मार्चे क्षेत्र में पोर्टो सैंट’एल्पिडियो के ऊपर उड़ान भरते समय वह अपने मोटराइज्ड पैराग्लाइडर से नियंत्रण खो बैठे और एक होटल के स्विमिंग पूल के पास जमीन पर गिर पड़े. जिस वजह से उनकी मृत्यू हो गई.

फेलिक्स बॉमगार्टनर ने 2012 में गुब्बारे से पृथ्वी पर छलांग लगाई थी, जिसमें उन्होंने ध्वनि की गति को मात दे दी थी. वह ऐसा करने वाले दुनिया के पहले स्काईडाइवर बने. बॉमगार्टनर ने 16 वर्ष की उम्र में ही बेस जंपिंग के चरम खेल और पैराशूटिंग शुरू कर दी थी.

स्वास्थ्य समस्या की वजह से हुई दुर्घटना- मेयर
पोर्टो सैंट’एल्पिडियो के मेयर मासिमिलियानो सियारपेला का कहना है कि रिपोर्टों से पता चलता है कि उन्हें उड़ान के दौरान अचानक कोई स्वास्थ्य समस्या हुई होगी, जिस वजह से उन्होंने अपना नियंत्रण को दिया और यह दुर्घटना हो गई. मेयर ने पूरे शहर की तरफ से फेलिक्स बॉमगार्टनर मृत्यु पर संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि अत्यधिक उड़ानों के लिए साहस और जुनून के प्रतीक फेलिक्स के निधन पर सारा शहर दुखी है. हालांकि अभी तक दुर्घटना के स्पष्ट कारणों की पुष्टि नहीं हो पाई है.

अंतरिक्ष से गुब्बारे से लगाई थी छलांग
ऑस्ट्रियाई खिलाड़ी ने अक्टूबर 2012 में दुनिया भर में सुर्खियां बटोरीं थी. उन्होंने एक विशेष रूप से निर्मित सूट (अंतरिक्ष सूट) पहनकर, पृथ्वी से 24 मील (38 किमी) ऊपर एक गुब्बारे से छलांग लगाई, और ध्वनि से भी तेज गति वाले पहले स्काईडाइवर बने. इसकी गति आमतौर पर 690 मील प्रति घंटे से अधिक मापी गई थी. यह ऐसा करने वाले दुनिया के पहले स्काईडाइवर बने. उन्होंने यह छलांग 14 अक्टूबर को लगाई थी. क्योंकि इससे पहले 14 अक्टूबर 1947 के यानी ठीक 65 साल पहले अमेरिकी पायलट चक येजर ने पहली बार ध्वनि की गति तोड़ी थी.

किशोरावस्था से ही ऊंची इमारतों से कूदना शुरू कर दिया था
फेलिक्स बॉमगार्टनर ने किशोरावस्था से ही पैराशूटिंग शुरू कर दी थी, जिसके बाद उन्होंने बेस जंपिंग के चरम खेल को भी अपनाया और इतिहास रचा. उनके साहसिक छलांगों के लंबे करियर में इंग्लिश चैनल के पार स्काईडाइविंग और मलेशिया के पेट्रोनास टावर्स से पैराशूट से कूदना शामिल है.

तानाशाही शासन प्रणाली का करते थे समर्थन
वह ऑस्ट्रिया में तानाशाही शासन प्रणाली के समर्थन के साथ-साथ अपने विचारों को लेकर भी काफी विवादों से घिरे रहते थे. बताया जाता है कि 2010 में साल्जबर्ग के पास एक ट्रैफिक जाम की वजह एक ग्रीक ट्रक ड्राइवर से झगड़ा हो गया. झगडे के दौरान उन्होंने ट्रक ड्राइवर के चेहरे पर मुक्का मार दिया था. बाद में बॉमगार्टनर को इसको लेकर 1,500 यूरो का जुर्माना भी देना पड़ा था.