मुंबई । पतंजलि फूड्स के शेयर बीएसई पर 4.45 फीसदी के गिरावट के साथ 1353.60 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट सुप्रीम कोर्ट के बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को व्यक्तिगत रूप से अदालत में पेश होने के आदेश के बाद हुई है।
सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन मामले में दिया है। अदालत का यह निर्देश 27 फरवरी को भ्रामक विज्ञापन ब्रॉडकास्ट करने के लिए पतंजलि आयुर्वेद की आलोचना के बाद आया है। पतंजलि फूड्स के शेयर बेंचमार्क एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स में मंगलवार को 4.45 प्रतिशत या 63 रुपये की गिरावट के साथ 1353.60 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। वहीं, तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 1.01 फीसदी या 736.37 अंक की बड़ी गिरावट के साथ 72,012.05 पर क्लोज हुआ।
पतंजलि फूड्स ने पिछले हफ्ते भारत में कंपनी की दो पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों के गठन की घोषणा की। कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रति इक्विटी शेयर 6 रुपये का अंतरिम डिविडेंड का भी ऐलान किया। इसका भुगतान 11 अप्रैल, 2024 को या उससे पहले किया जाएगा।
क्या है मामला ?
बता दें कि शीर्ष अदालत ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ (आईएमए) की एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें रामदेव पर वैक्सीनेशन अभियान और आधुनिक दवाओं के खिलाफ मुहिम चलाने का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि पतंजलि ने अपने विज्ञापनों में ब्लड प्रेशर, मधुमेह, बुखार, मिर्गी और ल्यूपस जैसी बीमारियों का इलाज करने का दावा किया था।