बिलासपुर। शुभमविहार मानस मंडली के प्रेणता सत्यनारायण पांडेय ने साप्ताहिक सुंदरकांड के 73वें आयोजन के दौरान उपस्थित 75 धर्मनिष्ठ, जागरूक श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे आगामी लोकसभा चुनावों में शतप्रतिशत मतदान कर मजबूत सरकार के चयन में अपना योगदान देवे। उनके संकल्प को पूर्ण करने हेतु भगवान श्रीराम श्रद्धालुओं के मन मे अपने अपने घरों में सुंदरकांड करवाने की प्रेरणा जाग्रत कर रहे हैं। प्रभु श्रीराम कृपा से आज फाल्गुन शुक्ल पक्ष की नवमीं को 73वां आयोजन सागा के आउट के नवनिर्मित ओंकारेश्वर शिवमंदिर में करवाने का सुअवसर मिला है।
आज के संगीतमय सुंदर कांड पाठ में उपस्थित शुभमविहार के वरिष्ठ नागरिकों सत्यनारायण पांडेय, आरपी मिश्रा, नरेंद्र गोपाल, अनिल तिवारी, सुरेंद्र दुबे, त्रयोगिनाथ जायसवाल, रमेशचन्द्र श्रीवास्तव, मोहन शर्मा, शैलेन्द्र सिहं कछवाहा ने बताया कि सामान्यत: मैकाले की कुटिल शिक्षा पध्दति से शिक्षित जनसामान्य वास्तविक हिंदू संस्कृति व संस्कार दीप प्रज्ज्वलन, ईश आराधना, भजन गायन को भूल विदेशी संस्कृति का अंधानुकरण में भूल गए हैं। लेकिन आज पारंपरिक तरीके से सनातन संस्कृति व संस्कार से ओतप्रोत सुंदरकांड के 73वे मानस पाठ ने गदगद कर दिया। उन्होंने समस्त जागरूक, धर्मंनिष्ठ, देशभक्तों विशेष कर माताओं-बहनों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को संस्कार देने हेतु कम से कम प्रतिदिन एकबार तथा सप्ताह में एकबार सामूहिक हनुमानचालीसा प?ने की आदतें अवश्य ही डाले। बच्चों को आदर्श के रूप में श्रीराम, श्री हनुमान व स्वतंत्रता संग्राम के वीरो को बनाये। तभी वे एक आदर्श नागरिक बनेंगे तथा हमारा राष्ट्र अखंड रहेगा। सतत सुंदरकांड का आध्यात्मिक पाठ होना इस बात का द्योतक हैं कि जब तक रामजी की कृपा नहीं हो तब तक जहां लोग सालों साल सुंदरकांड का पाठ नही करवा पाते है। वहीं सागा ले आउट के निवासी आज प्रभु कृपा के पात्र बने हैं। अवश्य ही यहां संतजनों का निवास हैं।
73वे सुंदरकांड का पाठ में शुभमविहार कल्याण समिति के अध्यक्ष आखिलानन्द पांडेय, ललित अग्रवाल, राजेश शर्मा, ईश्वर तिवारी, राजेश शर्मा, राजेश शुक्ला, अक्षय सिंह, मृणाल राय, संतोष सोनी, इंदिरा पांडेय, सरिता पांडेय, अर्चना पांडेय, लक्ष्मी साहू, कौशल्या साहू, द्रौपदी राठौर, उषा श्रीवास्तव, करिश्मा, अरुणा, सोनिया, रागिनी, डॉ माया गुप्ता सहित सैक?ो की सँख्या में श्रद्धालुओं मातृशक्तिओ ने सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ किया। अत: में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि चैत्र शुक्ल प्रतिप्रदा युगाब्द 5126 को विशाल शोभायात्रा निकाल कर नववर्ष का स्वागत किया जाएगा।