ग्वालियर ।  ग्वालियर से बानमौर के बीच नैरोगेज ट्रेन को सिटी ट्रेन के रूप में चलाने के लिए गुरुवार को फिर निरीक्षण किया गया। इस दौरान रेलवे के अधिकारी व तहसीलदार ने ट्रेन को चलाने की संभावना व समस्या की स्थिति देखी। फिजििबलिटी के आधार पर ही ट्रेन को चलाने का फैसला लिया जाएगा। पिछले दो साल से नैरोगेज ट्रेन का संचालन बंद है, लेकिन इस ट्रेन को चलाने के लिए सुधीर गुप्ता ने उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद से झांसी मंडल ने ट्रेन को चलाने की संभावना देखी है। गत दिवस मंडल रेल प्रबंधक ने निरीक्षण किया था। ग्वालियर से मोतीझील तक निरीक्षण किया। ज्ञात है कि माधवराव सिंधिया द्वारा अपने राज्य में वर्ष 1885 में रेलवे लाइन बिछाने का कार्य वर्ष 1899 में ग्वालियर से भिंड और ग्वालियर से शिवपुरी तक, 1904 में ग्वालियर से सबलगढ़ तक और 1909 में सबलगढ़ से शिवपुरी के बीच नैरोगेज रेलवे लाइन प्रारंभ हुई, जो पूरे देश में सिंधिया ग्वालियर लाइट रेलवे के नाम से प्रसिद्ध हुई।