बैंगलुरु । कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सियासी संग्राम छिड़ गया है। इस बार कई सीटों पर दिलचस्प मुकाबले हो रहे हैं। ऐसा ही एक मुकाबला सोराब सीट पर हो रहा है। यह मुकाबला अधिक दिलचस्प इसलिए और हो जाता है, क्योंकि यहां पर दो भाई एक-दूसरे के आमने-सामने चुनावी मैदान में हैं। यहां दिग्गज नेता बंगारप्पा के दो बेटे चुनावी मैदान में एक-दूसरे को कड़ी टक्कर देने जा रहे हैं। मधु बंगारप्पा कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में यहां से चुनाव प्रचार कर रहे हैं। तो वहीं उनके सामने इस सीट से उनके भाई कुमार बंगारप्पा भाजपा से खड़े हैं। चुनावों की डेट के नजदीक आने के साथ ही दोनों के बीच जीत की जद्दोजहद शुरू हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि केवल मधु ही सोराब सीट जीतने के लिए बंगारप्पा की विरासत और सद्भावना पर सवार नहीं है, बल्कि उनके भाई और मौजूदा विधायक कुमार बंगारप्पा भी चुनावी मैदान में हैं। मधु बंगारप्पा जहां कांग्रेस के टिकट पर सोराब से चुनाव लड़ रहे हैं, तो वहीं कुमार बंगारप्पा भाजपा के टिकट से मैदान में उतरे हैं। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से दोबारा चुनाव लड़ रहे कुमार बंगारप्पा अपने पिता की विरासत पर दावा करने का प्रयास करते दिख रहे हैं। वहीं मधु भी राज्य के हर गांव का दौरा कर अपने दिवंगत पिता का जिक्र करने से नहीं चूक रहे हैं। 
मधु का कहना है कि वह जब भी राज्य भर में दौरे पर होते हैं तो उनका आह्वान करते हैं। मधु अपने पिता द्वारा चलाई गई योजनाओं का जनता के सामने जिक्र करते हैं। वह कहते हैं कि किस तरह से उनके पिता की 10 एचपी (हाई प्रेशर) तक सिंचाई पंपों के लिए मुफ्त बिजली की योजना आज भी चली आ रही है। साल 1990-92 से बंगारप्पा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा यह योजना शुरू की गई थी। हालांकि मधु ने कहा कि वह अपने पारिवारिक झगड़े पर बात करने के लिए सहज नहीं हैं। ऐसे में दो भाइयों के बीच यह मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है।