महाराष्ट्र सरकार ने नासिक के प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में गैर-हिंदू समूह द्वारा जबरदस्ती प्रवेश करने की कोशिश की घटना को गंभीरता से लिया है. इस मामले में नासिक पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है.

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fandanvis) ने मंगलवार को त्र्यंबकेश्वर मंदिर में जबरन प्रवेश करने का प्रयास करने वाले मुस्लिम समूह की कथित घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का आदेश दिया है.

जानकारी के मुताबिक, शनिवार रात त्र्यंबकेश्वर मंदिर में सुरक्षा गार्डों ने अलग धर्म के लोगों के एक समूह के प्रयास को विफल कर दिया, जिन्होंने मंदिर परिसर में जबरन घुसने की कोशिश की. मंदिर प्रबंधन के अनुसार, केवल हिंदुओं को ही भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक त्र्यंबकेश्वर मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति है. मंदिर ट्रस्ट ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच चल रही है. जबकि चार आरोपियों को गिरफ्तार करने की भी जानकारी सामने आ रही है. आरोप है कि 4-5 मुस्लिम युवकों ने कथित तौर पर मंदिर परिसर में प्रवेश करने और शिवलिंग पर चादर चढ़ाने की कोशिश की.

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और एसआईटी जांच के आदेश दिए है. डिप्टी सीएम कार्यालय ने एक बयान में कहा, "उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने त्र्यंबकेश्वर मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर इकट्ठा होने की कथित घटना पर प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है. उपमुख्यमंत्री ने इस घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक (एडीजी स्तर) के अधिकारियों के नेतृत्व में एसआईटी के गठन का आदेश दिया है. एसआईटी न केवल इस साल की घटना की जांच करेगी, बल्कि पिछले साल हुई ऐसी ही एक अन्य घटना की भी जांच करेगी."