भोजराज मंदिर जूनी इंदौर में मालवी नाटक का मंचन किया गया
स्वर्गीय श्रीमती सुशीला देवी शुक्ला एवं स्वर्गीय श्री एम एम दवे स्मृति सम्मान क्रमशः श्रीमती सविता व्यास एवं श्री संतोष जोशी को 
भोजराज मंदिर परिसर में महाशिवरात्रि के अवसर पर परंपरागत रूप से अदा रंगसमूह  द्वारा  मालवी नाटक "`सांज को  सहारो" का मंचन भोजराज मंदिर परिसर, जूनी इंदौर में किया गया।नाटक युवाओं के विदेश चले जाने और उससे घर -परिवार और माता पिता के सम्मुख उपजी परिस्थितियों को बताता है।माता -पिता तमाम संघर्षों से अपने बच्चों को उच्च शिक्षा देते हैं। यही उच्च शिक्षित बच्चे अपने करियर और समृद्ध जीवन शैली की चाह में विदेशों में नौकरी करने चले जाते हैं और कुछ तो वहीं के होकर रह जाते हैं। हर माँ -बाप अपने बच्चों को अच्छा बनाना चाहते हैं और उनकी प्रगति और केरियर में बाधा भी नहीं बनना चाहते हैं और इसीलिए अपने बच्चों को विदेश जाने की अनुमति दे देते हैं। माता -पिता को यह भय भी रहता है कि कहीं उनके बच्चे विदेश जाकर अपनी जड़ों से ना कट जाएं। नाटक के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि बच्चे बेशक विदेश में जाएं और अपने और अपने परिवार के जीवन स्तर को ऊँचा उठाएं। उनके माँ-बाप ने जो संघर्ष अपने जीवन में किया है और जो अभाव उन्होंने झेला है ,वह उनके बच्चों को ना देखना पड़े ,लेकिन जब उनके माँ -बाप के जीवन की सांझ हो और उन्हें सहारे की जरूरत हो तब उन्हें वापिस अपने घर ,अपनी जड़ों की ओर लौट आना चाहिये और अपने माँ -बाप के जीवन की सांझ का सहारा बनना चाहिये।नाटक के कथानक को सभी कलाकारों नेअपने अभिनय से रोचक बनाया और दर्शकों को बांधे रखा। परिस्थितिजन्य हास्य के साथ ही संवादों में गहरे संदेश भी थे। रजनीश दवे अपने मौलिक और पंच से भरपूर नाटकों के लिये जाने जाते हैं। इस नाटक में भी रजनीश के साथ  मृदुला दवे ,अजय जोशी , सागर शेन्डे,आर्यन शुक्ला ने भी मंजे हुए अभिनय से सभी को प्रभावित किया। नाटक भावेश कानूनगो ने लिखा है और निर्देशन रजनीश दवे ने किया। वरिष्ठ रंगकर्मी सतीश श्रोत्रिय , डॉ .कमल हेतावल ,राजेश दुबे रज्जू एवम  आशुतोष शर्मा, वीरेंद्र पंडित, अजय चौधरी,पंकज जमींदार सहित बड़ी संख्या में रंगकर्मी, मालवी प्रेमी दर्शक ओर समाजजन उपस्थित थे। सभी ने नाटक का भरपूर आनंद लिया। 
नाट्य मंचन से पूर्व वरिष्ठ उदघोषक और रंगकर्मी संतोष जोशी को स्व एम एम दवे सम्मान से नवाजा गया। समाज सेवी श्रीमती सविता व्यास को स्वर्गीय श्रीमती सुशीला देवी शुक्ला स्मृति समान से सम्मानित किया गया। प्रारंभ में भोजराज मंदिर के श्री ओम प्रकाश दुबे ने स्वागत भाषण दिया। बेबी अविघ्ना दुबे जिया एवं अंजन दुबे इशु गणेश वंदना प्रस्तुत की । इस मौके पर नेदीष्ट चौधरी  ने रेप सांग एवं शताक्षी शुक्ला ने भक्ति गीत प्रस्तुत किए।
अतिथियों का स्वागत एवं शाल श्रीफल से सम्मान क्रमशः श्रीमती अलका दुबे, श्रीमती रानी दुबे ,श्रीमती वंदना व्यास, श्रीमती अर्चना शुक्ला, श्रीमती निशा शुक्ला, श्रीमती अनीता दवे एवं सर्व श्री ओम प्रकाश दुबे संजय दवे, राजेश शुक्ला आदि के द्वारा किया गया है।
कार्यक्रम का संचालन प्रदीप जोशी ने किया तथा आभार माना राजेश शुक्ला ने।