भोपाल । मध्यप्रदेश में राज्य सरकार जल्द दस नई निजी विश्वविद्यालयों (प्राइवेट यूनिवॢसटी) को मंजूरी देने जा रही है। अकेले भोपाल में चार निजी विश्वविद्यालयों को खोलने की योजना है। इसके लिए शासन स्तर पर जरूरी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। संभवत: आगामी शिक्षा सत्र से ये विश्वविद्यालय काम करना प्रारंभ कर देंगे।  हम बता दें कि अभी प्रदेश में 53 निजी विश्वविद्यालय हैं। जिनमें से केवल भोपाल में 12 निजी विश्वविद्यालय में हैं।
मप्र निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अधिकारियों के अनुसार मध्य प्रदेश में जल्द ही दस नए निजी विश्व विद्यालय शुरू हो सकते हैं। इन निजी विश्व विद्यालय को शुरू करने के पीछे सरकार का मकसद प्रदेश के ग्रामीण अंचलों के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है। पिछले साल 2022 में राज्य सरकार ने प्रदेश में 11 निजी विश्व विद्यालय को मंजूरी दी थी। जिन्होंने बाकायदा काम करना शुरू कर दिया है। तथा जिनमें अकादमिक सत्र का प्रथम बैच भी शुरू हो चुका है। बताते हैं कि इनमें 70 प्रतिशत निजी विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के तौर पर शुरू हुए थे। लेकिन बाद में इन्हें निजी विश्वविद्यालय में तब्दील कर दिया गया। इन विश्वविद्यालयों में अभी  इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ और फार्मेसी के दो लाख से ज्यादा विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। इसके साथ इन विश्वविद्यालयों में अलग-अलग विषयों से जुड़े डिप्लोमा और डिग्री पाठयक्रम संचालित किए जा रहे हैं।
ये निजी विश्वविद्यालय भोपाल, इंदौर, सिंगरौली और रीवा के साथ प्रदेश के उन जिलों में खोले जा रहे हैं, जहां ग्रामीण अंचलों के बच्चों के लिए उच्च शिक्षा के लिए सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं।  प्रदेश में कुल 53 निजी विश्वविद्यालयों में 12 विश्वविद्यालय तो केवल भोपाल में ही संचालित हो रहे हैं। हम बता दें कि निजी विश्वविद्यालय खोलने के लिए कम से कम 25 एकड़ जमीन होना जरूरी है। इससे पहले कम से कम 50 एकड़ जमीन होने का नियम था। लेकिन बाद में इसे व्यवहारिक दिक्कतों के चलते कम कर दिया गया।