कोविड के बढ़ते प्रकोप को देखते कर्नाटक सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। दरअसल, कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को एडवाइजरी जारी कर 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों, गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को बाहर जाने पर फेस मास्क पहनने और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने को कहा है।

स्वास्थ्य अधिकारियों को सतर्क रहने की सलाह

सरकार ने केरल और तमिलनाडु की सीमा से लगे जिलों में अधिकारियों को सतर्क रहने और पर्याप्त परीक्षण और कोविड मामलों की समय पर रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए भी एक सर्कुलर जारी किया।

देश में कोविड-19 के वर्तमान परिदृश्य और JN.1 सब वेरिएंट के उद्भव, सर्दी और नए साल के उत्सव के दौरान भीड़-भाड़ की स्थिति को देखते हुए यह एडवाइजी जारी की है।

फेस मास्क पहनने और भीड़-भाड़ से बचने का आग्रह

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सेवाओं के आयुक्त, रणदीप डी द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया, "सभी बुजुर्ग (60 वर्ष और उससे अधिक), सहरुग्ण, गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं, जब बाहर जाएं, तो फेस मास्क पहनें और बंद, खराब हवादार स्थानों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से सख्ती से बचें।"

जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि बुखार, खांसी, सर्दी और नाक बहने जैसे श्वसन संबंधी लक्षणों वाले सभी लोगों को शीघ्र डॉक्टरों से परामर्श लेना चाहिए। मरीजों को फेस मास्क पहनना चाहिए और बंद, खराब हवादार स्थानों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचना चाहिए।

बीमार और वरिष्ठ लोगों से दूर रहने की सलाह

सर्कुलर में आगे कहा गया है कि बार-बार हाथ धोने और अच्छी व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखना आवश्यक है। साथ ही कहा गया है, "अस्वस्थ होने पर, घर पर रहें और अन्य लोगों, विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों और जो कमजोर हैं, उनके साथ कम से कम संपर्क करें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर, विशेष रूप से, यदि अच्छी तरह हवादार न हो, तो मास्क पहनने की सलाह दी जाती है।"

यात्रा के समय सतर्क रहने का आदेश

एडवाइजरी में कहा गया है कि विदेश यात्रा करते समय सतर्क रहें और प्रासंगिक यात्रा सावधानियां अपनाएं। एयरपोर्ट पर और विमान के अंदर मास्क पहनना और खराब वेंटिलेशन वाले भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचना है।

सर्कुलर के मुताबिक, केरल में कोविड 19 के मामलों को देखते हुए, कर्नाटक में कुछ निवारक और सक्रिय उपायों का पालन करना आवश्यक है। फिलहाल, घबराने की या तुरंत प्रतिबंध लगाकर निगरानी बढ़ाने की जरूरत नहीं है।