अखिलेश ने आतंक आरोपियों के मामले वापस ले धोखा दिया: नड्डा
प्रतापगढ़। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने आतंकवाद के मामलों में आरोपित लोगों के खिलाफ मामले वापस लेकर जनता को धोखा दिया। नड्डा ने प्रतापगढ़ में एक चुनावी सभा में कहा कि अखिलेश जी इन दिनों वोट मांग रहे हैं और विकास की बात कर रहे हैं, लेकिन अब तक उन्होंने केवल अपने परिवार का विकास किया था। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अब उन्हें एहसास हो गया है कि उप्र का विकास होना चाहिए, वह विकास नहीं लाएंगे बल्कि इसके स्थान पर विनाश लाएंगे। उन्होंने पूछा क्या अखिलेश की सरकार के पांच साल के दौरान 200 दंगे नहीं हुए? उन्होंने वर्ष 2007 में गोरखपुर, अयोध्या, लखनऊ, वाराणसी में अदालत परिसर में हुए बम विस्फोटों के सिलसिले में आजमगढ़ और जौनपुर के दो लोगों पर से आतंकी मामलों को वापस लिए जाने का जिक्र किया। इसके बाद नड्डा ने पूछा कि क्या आप ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना सकते हैं, जो आतंकवादियों को रिहा करता है।
उन्होंने कहा कि रामपुर सीआरपीएफ कैंप हमले का मामला भी 2012 में वापस ले लिया गया था, एक मुख्यमंत्री द्वारा देश के खिलाफ ऐसी घिनौनी कार्रवाई की गई। नड्डा ने कहा, मैं आरोप लगाता हूं कि एक मुख्यमंत्री ने आतंकवादियों को शरण दी। अखिलेश ने मामला वापस लेने के आदेश में कहा था कि यह सांप्रदायिक सद्भाव के लिए किया जा रहा था, मैंने ऐसा देशभक्त व्यक्ति कभी नहीं देखा। नड्डा ने पूछा कि क्या आप इस तरह के व्यक्ति को उप्र की सेवा करने देंगे? कांग्रेस पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अब भारतीय या राष्ट्रीय नहीं है, बल्कि केवल 'भाई-बहन' की पार्टी बनकर रह गई है और इस पर बोलने की कोई जरूरत नहीं है। वोट के महत्व पर जोर देते हुए, नड्डा ने कहा, आपकी उंगली में बहुत ताकत है, आपने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से दो उम्मीदवारों को जीत दिलाई थी - विनोद सोनकर और संगम लाल गुप्ता। उन्होंने भाजपा सरकार को विकास का चैंपियन बताते हुए कहा कि एक साल में युवाओं को 60 लाख नौकरियां मिलेंगी। प्रतापगढ़ में पांचवें चरण में 27 फरवरी को मतदान होना है।