अहमदाबाद | आप में रहकर उम्मीद पूरी नहीं होते देख इंद्रनील राज्यगुरु ने शुक्रवार को वापस कांग्रेस में शामिल हो गए| इसी साल कांग्रेस छोड़ आप में शामिल हुए इंद्रनील राज्यगुरु सौराष्ट्र के लोकप्रिय नेता हैं और उन्हें उम्मीद थी कि आप उन्हें मुख्यमंत्री के चेहरा घोषित करेगी| लेकिन शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल ने ईशुदान गढ़वी को गुजरात में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया| इस घोषणा के कुछ ही देर बाद इंद्रनील राज्यगुरु ने कांग्रेस में वापसी कर ली| कांग्रेस जॉइन करने के बाद आज भाजपा और आप पर बड़े आरोप लगाए| राज्यगुरु ने कहा कि आप के उम्मीदवार गुजरात प्रदेश भाजपा मुख्यालय में तय हो जाते हैं| दो मुख्यमंत्री पंजाब से वाया दिल्ली प्राइवेट प्लेन में गुजरात बड़े पैमाने पर रुपए लाते हैं| उन्होंने कहा कि मैं भाजपा को हराने के लिए आप में शामिल हुआ था और भाजपा को हराने वाले कई उम्मीदवारों के नाम भी दिए थे| लेकिन मुझसे कहा गया कि आप के उम्मीदवारों की सूची कमलम से आती है| कांग्रेस नेता इंद्रनील राज्यगुरु के आरोप के बाद भाजपा और आप ने पलटवार किया है| भाजपा नेता भरत डांगर ने इंद्रनील राज्यगुरु के आरोप आधारहीन बताते हुए कहा कि भाजपा को गुजरात में कभी दूसरी पार्टी की जरूरत नहीं पड़ी| कांग्रेस के ऐसे अर्थविहीन बयान कांग्रेस की हार दर्शा रहे हैं और इससे यह भी साफ हो गया है कि उसने चुनाव से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है| भरत डांगर ने आगे कहा कि आप के रुपए पहले ही पकड़े जा चुके हैं और उस मामले की जांच भी जारी है| वहीं आप ने इंद्रनील राज्यगुरु के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है| आप के गुजरात प्रदेश प्रमुख गोपाल इटालिया ने कहा कि इंद्रनील राज्यगुरु को मुख्यमंत्री का चेहरा बनना था और इसके लिए उन्होंने पार्टी पर दबाव बनाने का भी प्रयास किया था| लेकिन पार्टी उनके दबाव के आगे नहीं झुकी और लोगों के अभिप्राय के मुताबिक ईशुदान गढ़वी को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया| इसी वजह से इंद्रनील राज्यगुरु ने आप छोड़कर वापस कांग्रेस जॉइन कर ली|