नई दिल्ली| बिहार प्रदेश अध्यक्ष की तलाश के बीच बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 45 नामों की सूची सौंप दी है। साथ ही सह प्रभारी और उप प्रभारी के नाम भी भेजे गए। हालांकि बिहार के प्रभारी भक्त चरण दास द्वारा भेजी गई इस लिस्ट से बिहार कांग्रेस के कई बड़े नेता नाराज भी बताए जा रहे हैं। लिस्ट भेजने के बाद कांग्रेस के बड़े नेताओं ने संगठन महासचिव वेणुगोपाल को कहा है की वो लिस्ट में भेजे गए नामों से सहमत नहीं है। लेकिन अंतिम फैसला अब अलाकमन के हाथ में है।कांग्रेस हाईकमान जल्द ही बिहार प्रदेश के अध्यक्ष की घोषणा कर सकता है। अतिंम निर्णय के लिए कांग्रेस हाईकमान के पास सूची भेजी गई है।

सूत्रों के अनुसार प्रभारी भक्त चरण दास की ओर से भेजी गई सूची में अध्यक्ष पद के लिए राजेश राम, कार्यकारी अध्यक्ष के लिए कुमार आशीष, ब्रजेश कुमार पांडेय, केसर खान / मीनत रहमानी शामिल हैं।

हालांकि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कई अन्य नाम भी चर्चा में सामने आ रहे हैं जिनमें राज्यसभा सदस्य अखिलेश प्रताप सिंह, कड़वा विधायक शकील अहमद खान, बीपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष समीर कुमार सिंह, एमएलसी प्रेम चंद्र मिश्रा, पूर्व विधायक और प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमिता भूषण, वरिष्ठ नेता किशोर कुमार झा और बीपीसीसी के पूर्व उपाध्यक्ष प्रवीण कुशवाहा भी दौड़ में बताए जा रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने इस संबंध में कहा कि राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में संगठन को फिर से जीवंत करने के लिए एक नई टीम की जरूरत है।

वहीं इस मुद्दे पर बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष समीर सिंह के मुताबिक कई स्तर पर विवादित नाम भी प्रस्तावित किये गए हैं, जिससे पार्टी को नुकसान हो सकता है। राहुल गांधी बिहार को लेकर काफी सूझबूझ के साथ फैसला लेना चाहते हैं। इसीलिए नए अध्यक्ष और टीम के गठन में समय लग रहा है। समीर सिंह ने यह भी कहा कि बिहार के वरिष्ठ नेता भी चाहते हैं अच्छे छवि के नेता सामने आएं, इसलिए विलंब हो रहा। जल्द ही बिहार कांग्रेस का अच्छा स्वरूप सामने आएगा।

गौरतलब है कि कुछ समय पहले मदन मोहन झा ने प्रदेश अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया था जिसके बाद से कांग्रेस नेतृत्व नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश में जुटा हुआ है।