इस्लामाबाद । विश्व में आधुनिक तकनीक वाली शिक्षा प्रणाली का जोर है ऐसे में पाकिस्तान में बेतुके आदेश को लेकर छात्राएं परेशान हैं। दरअसल, यहां कॉलेज में लड़कियों के स्मार्टफोन इस्तेमाल पर भी ऐतराज है। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में स्थित महिला विश्वविद्यालय स्वाबी ने सभी छात्राओं के लिए स्मार्टफोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। विश्वविद्यालय के प्रोवोस्ट द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, '20 अप्रैल, 2022 (बुधवार) से महिला विश्वविद्यालय स्वाबी के परिसर में स्मार्टफोन/टच स्क्रीन मोबाइल या टैबलेट की अनुमति नहीं होगी।' अधिसूचना में आगे कहा गया है कि यह देखा गया है कि छात्राएं विश्वविद्यालय के समय के दौरान व्यापक तौर पर सोशल मीडिया एप्लिकेशंस का इस्तेमाल करती हैं, जो उनकी शिक्षा, व्यवहार और प्रदर्शन को प्रभावित करता है। इसलिए, यह निर्देश दिया जाता है कि छात्राएं विश्वविद्यालय के समय के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग न करें। निर्देश जारी करने के अलावा हिदायत देते हुए यह भी कहा गया है कि किसी भी उल्लंघन के मामले में, विश्वविद्यालय छात्राओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा और 5,000 रुपए का जुर्माना लगाएगा।
खैबर पख्तूनख्वा के विश्वविद्यालय अक्सर छात्राओं पर ड्रेस कोड और हेयर स्टाइल सहित सख्त प्रतिबंध लगाते रहे हैं। पिछले साल मई में, पेशावर विश्वविद्यालय ने स्टूडेंट्स को नए ड्रेस कोड का पालन करने और हर समय अपने चेस्ट कार्ड पहनने का निर्देश दिया था। विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार, ड्रेस कोड यह सुनिश्चित करेगा कि स्टूडेंट परिसर में आने पर एक समान दिखेंगे। 9 जनवरी, 2021 को मनसेहरा में हजारा विश्वविद्यालय ने छात्राओं को 'दुपट्टा', 'चाडोर' या 'अबाया' के साथ 'सलवार कमीज' पहनने के लिए कहा। नए नियमों के तहत भारी मेकअप, आभूषण और महंगे हैंडबैग पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। छात्राओं के अलावा छात्रों को भी औपचारिक और सभ्य ड्रेस कोड का पालन करने को कहा गया है। निर्देशों में कहा गया कि स्टूडेंट्स कट लगी हुई, फटी हुई या स्किन फिटेड (त्वचा से चिपकी हुई) जींस, शॉर्ट्स, चप्पल और झुमके और चेन जैसे सामान नहीं पहन सकते। एक रिपोर्ट के अनुसार, विश्वविद्यालय ने सरल और औपचारिक तरीके से कटवाए गए बाल और दाढ़ी के स्टाइल को अनिवार्य कर दिया है।