केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। यह मुलाकात दिल्ली में हुई। यह मुलाकात कई मायनों में महत्वपूर्ण है, क्योंकि जन शक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता पासवान जाति आधारित जनगणना, लेटरल एंट्री आरक्षण और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार से अलग रुख रखते हैं।

दरअसल, चिराग पासवान और बीजेपी के बीच रिश्तों को लेकर कई दिनों से सवाल उठ रहे थे। ऐसे सभी कयासों को खारिज करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 'अविभाज्य' हैं।

चिराग ने बिहार में भाजपा के साथ मिलकर काम करने की जताई इच्छा

चिराग पासवान ने कहा कि, आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी और भाजपा के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा, "नरेंद्र मोदी के प्रति मेरा स्नेह अटूट है। जब तक वह प्रधानमंत्री हैं, मैं उनसे अविभाज्य हूं।"

एलजेपी नेता (रामविलास पासवान) ने अटकलों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि, उनकी पार्टी झारखंड जैसे राज्यों में एनडीए सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ने के विरोध में नहीं है।

चिराग पासवान बोले - ‘मैं गठबंधन धर्म का पालन करूंगा’

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "वास्तविकता यह है कि हमारी पार्टी बिहार और राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के साथ गठबंधन में है। इसलिए हम अपने गृह राज्य के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी गठबंधन की राजनीति के सिद्धांतों का पालन करेंगे। हालांकि झारखंड जैसे राज्यों में हमारा कोई औपचारिक संबंध नहीं है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम वहां भाजपा के साथ गठबंधन का विरोध करते हैं। अगर भाजपा और एनडीए के अन्य सहयोगी हमें शामिल करना चाहते हैं, तो हम इसके लिए तैयार हैं।"

इस संदर्भ में उन्होंने अपने चाचा पशुपति पारस के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा, "उन्होंने (पारस) जनता का सारा समर्थन खो दिया है। लोकसभा चुनाव से पहले भी वह सभी से मिल रहे थे। इस प्रयास से कोई लाभ नहीं हुआ है।"