इन्दौर। कोरोना के चलते आयोजनों की सीमित संख्या के चलते मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा शनिवार को डिजिटल रूप से कवितागोई  'काव्यार्पण' का आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के कवियों ने अपना काव्य पाठ किया।

 

हिन्दी वाचिक परम्परा के प्रतिनिधि के रूप में डॉ.मनोज़ कामदेव, दिल्ली, सुषमा व्यास राजनिधि, इन्दौर, कल्पेश वाघ, खाचरोद(उज्जैन), चंद्रमणि मणिका, दिल्ली, अक्षत व्यास, देवास और ऋषभ जैन प्रखर, इन्दौर ने काव्य पाठ किया एवं संचालन मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व दिल्ली से साहित्यकार भावना शर्मा ने किया।

कार्यक्रम का आरंभ शारदे वंदना से हुआ, तत्पश्चात स्वागत उद्बोधन मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' ने दिया एवं कहा कि ' काव्य के मूलभूत रसों में डूबे शब्द स्वयं कवितागोई करते हैं। इसी के साथ कविता के माध्यम से हिन्दी का प्रचार हो यही कामना हैं।'

आयोजन में संस्थान के राष्ट्रीय सचिव गणतंत्र ओजस्वी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ नीना जोशी सहित सैंकड़ो लोग सम्मिलित हुए, इस आयोजन का लाइव प्रसारण ख़बर हलचल के माध्यम से किया गया व सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। अंत में आभार मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शिखा जैन ने व्यक्त किया।