इंदौर । ई नगर पालिका पोर्टल पर आए दिन होने वाली गड़बड़ी को देखते हुए नगर निगम ने इस पर काम बंद करने की मंजूरी नगरीय विकास एवं आवास के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर मांगी हैं। अभी तक मंजूरी नहीं मिली हैं, जबकि पत्र लिखे एक महीने से ज्यादा का वक्त हो गया हैं। वैसे, इंदौर में पोर्टल पर काम बंद करने के प्रयास में निगम लगा हुआ है क्योंकि भोपाल ने ई-नगर पालिका पोर्टल पर काम बंद करके अपना अलग से सॉफ्टवेयर बनाकर कार्य शुरू कर दिया हैं।
निगम में ई-नगर पालिका पोर्टल की खामियां लोगों के लिए परेशानी बन गई हैं। इस ऑनलाइन सिस्टम की गड़बड़ी नहीं सुधरने पर अब ये भारी पडऩे लगी हैं। इससे निगम को राजस्व का नुकसान अलग हो रहा है वहीं संपत्तिकर खातों में भी गलती पर गलती हो रही हैं। गलतियों को सुधरवाने में निगम राजस्व विभाग के अफसरों को पसीने छूट जाते हैं और तकनीकी कारणों से पोर्टल बंद होने पर करदाताओं को टैक्स भरने में भारी दिक्कत अलग झेलना पड़ती हैं। इसे देखते हुए पोर्टल पर काम बंद कराने के प्रयास में इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव, राजस्व विभाग के प्रभारी निरंजन सिंह चौहान और निगमायुक्त हर्षिका सिंह स्वयं लगे हुए हैं।
इंदौर महापौर भार्गव ने पिछले दिनों भोपाल में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भुपेंद्र सिंह से मुलाकात कर इंदौर में पोर्टल को बंद करने की बात रखी थी। साथ ही निगमायुक्त सिंह ने नगरीय विकास एवं आवास विभाग भोपाल के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई को ई-नगर पालिका पोर्टल पर काम बंद करने को लेकर पत्र लिखा है। पत्र को लिखे एक महीने से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन पोर्टल पर काम बंद करने की मंजूरी अभी तक नहीं मिली है। अब नगर निगम एक बार फिर रिमाइंडर लेटर लिखने जा रहा है ताकि निगम में पोर्टल पर काम बंद होने के साथ अफसर व कर्मचारी सहित आम जन को राहत मिल सकें।
ई-नगर पालिका पोर्टल पर संपत्तिकर, जलकर, कचरा प्रबंधन शुल्क, ट्रेड लाइसेंस शुल्क जमा करने के साथ स्थापना, टेंडर, लेखा और अन्य माड्यूल पर कार्य किया जाता है। पोर्टल के शुरू होने के बाद से ही कई प्रकार की विसंगतियां आने से कार्य प्रभावित होकर निगम को वित्तीय हानि हो रही हैं। इसको लेकर निगम ने कई बार ई-नगर पालिका भोपाल टीम को मेल, मोबाइल फोन और समक्ष में अवगत कराकर समस्या का निराकरण करने का प्रयास किया, किंतु भोपाल की टीम ने समस्या का समाधान नहीं किया और परेशान करदाता हो रहे हैं। इससे निगम की छवि अलग धुमिल हो रही है।
इदौर निगमायुक्त हर्षिका सिंह का कहना है कि ई-नगर पालिका पोर्टल पर कार्य बंद करने को लेकर पत्र नगरीय विकास व आवास प्रमुख सचिव को लिखी है। उन्हें पोर्टल की समस्याओं से अवगत कराते हुए बताया गया है कि राजस्व से संबंधित कई ऐसी विसंगतियां भी है, जिनमें आर्थिक अपराध की स्थिति निर्मित होने रही है, किंतु साक्ष्य अभाव में जांच कार्रवाई प्रभावित हो रही हैं। निगम को हो रही वित्तीय हानि और जनता की परेशानी को देखते हुए ई नगर पालिका पोर्टल पर काम बंद करने व निगम स्तर पर कार्य का संपादन करने की मंजूरी मांगी है। मामले में जल्द ही रिजल्ट आएगा। पोर्टल पर काम बंद करने की मंजूरी मिलते ही निगम टेंडर जारी कर नई एजेंसी तय करने के साथ अपना सॉफ्टवेयर तैयार कर कार्य करेगा। इससे निगम और आम जन को काफी राहत मिलेगी। साथ ही जानकारी भी आसानी से मिलेगी और गलती होने पर तत्काल सुधार होगा।