पटना । बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने महागठबंधन से रिश्ता तोड़ने पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी पर बड़ा हमला बोला है। नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने बोला था कि वो या तो जदयू में मर्ज करें या फिर यहां से जाएं। दरअसल, पिछले दिनों ही जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही मांझी की हम पार्टी बिहार के सत्ताधारी महागठबंधन से बाहर आ गई थी।  
अब नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वे बीजेपी वालों से मिलने जा रहे थे, ठीक हुआ, हमसे अलग हो गए। अभी विपक्षी दलों की बैठक होनी है। अगर वो इस मीटिंग में बैठते तो अंदर की बात बीजेपी को पास कर देते। अच्छा हुआ कि वे हमारे पास से चले गए।
नीतीश कुमार ने पिछले साल बीजेपी से नाता तोड़कर राजद-कांग्रेस के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार बनाई थी। इस सरकार में वाम दलों ने बाहर से समर्थन दिया है। वहीं, हम ने 2020 विधानसभा का चुनाव नीतीश के साथ मिलकर लड़ा था, ऐसे में वह भी नीतीश के साथ महागठबंधन में शामिल हो गए थे। मांझी की पार्टी के चार विधायक हैं। उनके बेटे संतोष मांझी को महागठबंधन सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया था। संतोष सुमन ने मंत्री पद से अब इस्तीफा दे दिया।
संतोष सुमन ने इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार पर आरोप लगाया था कि वे पार्टी का विलय जदयू में करने का दबाव डाल रहे थे। संतोष सुमन ने कहा था कि जदयू चाहती थी कि हम अपनी पार्टी को उनके साथ मर्ज कर दें, लेकिन हमें वो मंजूर नहीं था। हम अकेले संघर्ष करेंगे। हमें जदयू में विलय नहीं करना है। नीतीश कुमार लगातार हमसे विलय करने के लिए कह रहे थे, लेकिन हमने इनकार कर दिया।
माना जा रहा है कि मांझी एक बार फिर से एनडीए का रुख करेंगे। जीतनराम मांझी ने 19 जून को पटना में हम की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इस बैठक में भविष्य के विकल्प पर चर्चा होगी और यह बात लगभग तय मानी जा रही है कि मांझी आने वाले वक्त में एनडीए का हिस्सा होंगे।
महागठबंधन से बाहर होने के बाद जीतनराम मांझी ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी कोई दुकान नहीं, जिसे पैसे से खरीदा जा सके। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी लगातार हम पर विलय का दबाव बना रही थी। पानी नाक के ऊपर जा चुका था। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी संघर्ष करेगी। मांझी ने दावा किया कि जो काम उन्होंने मुख्यमंत्री रहते किए, उसी काम को नीतीश तोड़-मरोड़कर सामने रख रहे हैं।