सनातन धर्म में पूजा-पाठ को विशेष महत्व दिया जाता है। जीवन में शांति बनी रहे इसके लिए नियमित रूप से भगवान की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में एक तरफ जहां देवी-देवताओं की पूजा होती है, वहीं दूसरी तरफ पेड़-पौधों की भी पूजा का विधान है। शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि हर एक देवी-देवता और ग्रह का संबंध कुछ पेड़-पौधों से अवश्य ही होता है। मान्यता है इन पौधों की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है और मनुष्य के जीवन से ग्रह संबंधित दोष दूर भाग जाते हैं। पूजा-पाठ के साथ ही कुछ पेड़ ऐसे भी हैं, जिनमें कलावा बांधना शुभ माना जाता है।

इन पेड़ों में कलावा बांधने से धन का लाभ होता है। ऐसे में चलिए जानते हैं किन पेड़ों में कलावा बांधने से आपको लाभ मिलेगा... तुलसीहिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र और पूजनीय माना जाता है। कहा जाता है कि तुलसी के पौधे में कलावा बांधने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होती है। साथ ही घर में सुख शांति का वास होता है।

 शमीशमी के पेड़ की पूजा करने से शनिदेव और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। कहा जाता है कि शमी के पेड़ में कलावा बांधने पर शनि देव प्रसन्न होते है। साथ ही राहु केतु ग्रह शांत होते हैं।

केले का पेड़
केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है। केले के पेड़ की पूजा के साथ ही उसमें कलावा भी बांधने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

 बरगद
शास्त्रों में बरगद यानी वट वृक्ष के पेड़ की पूजा का विधान है। वट सावित्री व्रत के दौरान महिलाएं बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं और कलावा बांधती हैं। मान्यता है कि बरगद के पेड़ में कलावा बांधने से सुहागिन स्त्रियों के सुहाग की रक्षा होती है। साथ ही अकाल मृत्यु जैसे योग भी टल जाते हैं।