मोर पंख जितना देखने में खूबसूरत होता है उतने ही उपयोगी ज्योतिष शास्त्र में इसके उपाय बताए गए हैं. ये ना सिर्फ घर की खूबसूरती में चार चांद लगता है, बल्कि अगर कोई बच्चा जिद्दी है या फिर उसका पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी मोर पंख का इस्तेमाल किया जा सकता है. अगर आपका बच्चा भी बहुत जिद्दी है और पढ़ाई लिखाई में मन नहीं लगता, तो मोर पंख के कुछ उपाय जिन्हें अपना कर आप अपने बच्चों का पढ़ाई के लिए फोकस बढ़ा सकते हैं. आइए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.

1. कॉपी-किताब में रखें मोर पंख
मोर पंख भगवान श्री कृष्‍ण को अति प्रिय है. शास्‍त्रों के अनुसार जब भगवान श्री कृष्‍ण का अवतरण हुआ था तब उनके अंदर 16 कलाएं थीं, मगर जब वह गुरु सांदीपनी के आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने पहुंचे तो उन्‍होंने बाकी की कलाएं भी सीखीं और वो 64 कलाओं में निपुण हो गए.

2. स्टडी रूम में लगाएं
पंडित जी कहते हैं, ‘मोर पंख श्री कृष्‍ण के साथ-साथ देवी सरस्‍वती को भी अति प्रिय है. अगर बच्‍चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है तो स्‍टडी रूम की दीवार पर एक मोर पंख जरूर लगाएं. ऐसा करने पर बच्‍चे का पढ़ाई की ओर रुझान बढ़ेगा. इतना ही नहीं, बच्‍चा अगर जिद्दी स्‍वभाव का है तो मोर पंख देखने से उसका मन, दिमाग और स्‍वभाव शांत हो सकता है.’

3. मां सरस्‍वती की आराधना करें
मां सरस्‍वती को ज्ञान की देवी कहा गया है. बच्‍चों को देवी सरस्‍वती की पूजा रोज करनी चाहिए. साथ ही ‘ॐ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्रीं मम ज्ञान देहि फट स्वाह।।’ मंत्र का 21 बार जाप करना चाहिए.

4. शुक्रवार को करें ये उपाय
इतना ही नहीं, पंडित के अनुसार हर शुक्रवार को गाय को घास और गुड़ खिलाने से भी पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ सकती है.