केशरबाग रोड़ स्थित प्राचीन अहिल्या माता गौशाला पर श्राद्ध पक्ष में अपने पूर्वजों एवं पितरों के लिए तर्पण अनुष्ठान के साथ ही प्रतिदिन गोदानगो सेवा एवं सप्त गोमाता मंदिर में परिक्रमा सहित विभिन्न शास्त्रोक्त क्रियाओं में शामिल होने बड़ी संख्या में साधक आ रहे हैं।

गोशाला प्रबंध समिति के अध्यक्ष रवि सेठीमंत्री पुष्पेन्द्र धनोतिया एवं संयोजक सी.के. अग्रवाल ने बताया कि विद्वान आचार्यों के निर्देशन में बुजुर्ग साधकों के लिए टेबल-कुर्सी एवं छायादार पांडाल लगाकर तर्पण की व्यवस्था प्रतिदिन सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक की गई है। इसी तरह सप्त गोमाता मंदिर में भी आचार्य पं. मुकेश शास्त्री एवं सहयोगी विद्वानों द्वारा साधकों से गो पूजन एवं गोदान सहित विभिन्न क्रियाएं कराई जा रही है। आज भी अनेक परिवारों ने यहां आकर गोदान, गो पूजन एवं गो सेवा का पुण्य लाभ उठाया। प्रतिदिन यहां पर गो सेवा एवं गोपूजन के लिए आने वाले साधकों के लिए निःशुल्क पूजन सामग्री भी रखी गई है। साधकों के लिए त्रिवेणी वृक्ष के समीप विद्वान पंडितों द्वारा पूर्ण विधि-विधान से श्राद्ध कर्म, पक्षी तीर्थ में पक्षियों के लिए दाना-पानी, गोवंश के लिए हरी घास एवं सप्त गोमाता मंदिर में गोवंश की परिक्रमा, पूजा आदि के अनुष्ठान भी किए जा रहे हैं। प्रतिदिन श्राद्ध भोज की व्यवस्था भी यहां की गई है, जिसका लाभ अनेक साधक उठा रहे हैं।