भोपाल ।   नगरीय निकाय चुनाव को 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल मानकर चल रही कांग्रेस कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती। पार्टी की जीत की संभावनाएं असंतुष्ट कार्यकर्ताओं के कारण प्रभावित न हों, इसके लिए विधायक और प्रदेश पदाधिकारियों को असंतुष्ठों को मनाने का जिम्मा सौंपा गया है। इसके लिए 22 जून दोपहर तीन बजे तक का समय है। इसके बाद प्रत्याशियों की सूची को रिटर्निंग आफिसर अंतिम रूप दे देंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने सभी विधायक, प्रदेश पदाधिकारियों, जिला कांग्रेस अध्यक्षों और प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे असंतुष्ट कार्यकर्ताओं से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें और उन्हें पार्टी हित में काम करने के लिए प्रेरित करें। प्रदेश में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों के विरुद्ध छिंदवाड़ा, खंडवा, रतलाम, सतना सहित अन्य नगर निगम क्षेत्रों में असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने भी नामांकन पत्र जमा किए हैं। 22 जून दोपहर तीन बजे तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। पार्टी के ही कार्यकर्ताओं के चुनाव मैदान में होने से अधिकृत प्रत्याशी को नुकसान होगा। इसे देखते हुए सभी विधायक और निकाय चुनाव के प्रभारियों से कहा गया है कि वे जिला और ब्लाक इकाइयों के पदाधिकारियों के साथ संपर्क करके असंतुष्ट कार्यकर्ताओं को समझाएं। यह समय संगठन को मजबूत करने का है और आगे बहुत अवसर आएंगे, जिसमें उन्हें मौका दिया जाएगा। प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर का कहना है कि हम सबका लक्ष्य पार्टी को मजबूत करना है। जब पार्टी ने अधिकृत प्रत्याशी घोषित नहीं किया था, तब नामांकन पत्र जमा हुए थे। अब स्थिति अलग है। यदि कोई असंतुष्ट है तो उसे मना लिया जाएगा। सभी विधायक और प्रदेश पदाधिकारियों को कार्यकर्ताओं से बात करके उन्हें पार्टी हित में काम करने के लिए तैयार करेंगे।