वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भी टीम इंडिया का आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म नहीं हो सका। बतौर कप्तान रोहित शर्मा भी भारतीय टीम की तकदीर नहीं बदल सके। जब विराट कोहली से कप्तानी लेकर रोहित शर्मा के हाथों में टीम की कमान सौंपी गई थी, तो फैन्स और टीम मैनेजमेंट को नए कप्तान से काफी उम्मीदें थी। होना लाजिमी भी था, क्योंकि कैप्टन के तौर पर रोहित के पास आईपीएल में पांच ट्रॉफी थी और उनको टीम की बागडोर सौंपने की मांग भी लगातार उठ रही थी। कप्तानी संभाले अब रोहित को लगभग दो साल हो चुके हैं। बाइलेटरल सीरीज में तो रोहित की कैप्टेंसी आला दर्जे की रही है, लेकिन दो आईसीसी टूर्नामेंट में रोहित की अगुवाई में भी टीम अब तक औंधे मुंह ही गिरी है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या रोहित विराट कोहली से बेहतर कप्तान साबित हो सके हैं? आइए आंकड़ों के खेल से समझते हैं कोहली या रोहित कौन है बेहतर कप्तान।

टी-20 में क्या कहते हैं आंकड़े?

क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में विराट कोहली ने भारत की 50 मैचों में अगुवाई की थी। इस दौरान उनकी कप्तानी में टीम ने 30 मैचों में जीत का स्वाद चखा था, तो 16 में टीम को हार झेलनी पड़ी है। हाालंकि, 2021 टी-20 विश्व कप में कोहली की ही कप्तानी में यूएई में टीम का बुरा हाल हुआ था। वहीं, रोहित शर्मा ने अब तक 51 मैचों में टी-20 इंटरनेशनल में टीम की कप्तानी संभाली है और उन्होंने देखरेख में टीम ने 39 मैचों में जीत का स्वाद चखा है। यानी इस फॉर्मेट में रोहित का रिकॉर्ड विराट से बेहतर रहा है। हालांकि, 2022 में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप में रोहित भी टीम की नैया को पार नहीं लगा सके थे।

वनडे में कौन बेस्ट?

वनडे क्रिकेट में रोहित शर्मा ने अब तक टीम इंडिया की अगुवाई 24 मैचों में की है। इस दौरान 18 मैचों में टीम के हाथ जीत लगी है, जबकि 5 मैचों में टीम को हार झेलनी पड़ी है। दूसरी ओर, विराट कोहली ने 50 ओवर के फॉर्मेट में 95 मैचों में टीम की बागडोर संभाली और इस दौरान 65 मैचों में टीम ने जीत का स्वाद चखा। वहीं, 27 मैचों में टीम को हार झेलनी पड़ी। इस फॉर्मेट में कोहली के मुकाबले रोहित ने काफी कम मैचों में टीम की अगुवाई की है, ऐसे में दोनों के बीच तुलना सही नहीं है।

टेस्ट में किसके बोलती है तूती?

क्रिकेट का असली फॉर्मेट कहा जाने वाले टेस्ट क्रिकेट में बतौर कप्तान विराट कोहली का रिकॉर्ड लाजवाब रहा है। कोहली ने अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी बड़ी टीमों को उनके घर में घुसकर हार का स्वाद चखाया। विराट ने 68 टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी की, जिसमें से 40 मैचों में टीम के हाथ जीत लगी, तो 17 मुकाबले में हार झेलनी पड़ी है। दूसरी ओर, बतौर टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा ने 7 मैचों में टीम इंडिया की बागडोर संभाली है, इस दौरान चार मैचों में टीम ने जीत दर्ज की है, तो दो में टीम को हार का मुंह देखना पड़ा है। वहीं, एक मैच ड्रॉ रहा है।