मार्च के विनायक चतुर्थी का व्रत फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. विनायक चतुर्थी व्रत हर माह में एक बार रखा जाता है. इस व्रत में भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा करते हैं. इस व्रत के दिन चंद्रमा का दर्शन करना वर्जित होता है. विनायक चतुर्थी की पूजा दिन में कर लेते हैं. इस बार की विनायक चतुर्थी पर 3 शुभ संयोगों का निर्माण हो रहा है. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि विनायक चतुर्थी कब है? गणेश पूजा का मुहूर्त और शुभ योग कौन से हैं?

कब है विनायक चतुर्थी 2024?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, 13 मार्च दिन बुधवार को फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 02:33 एएम से लग जाएगी. यह तिथि 13 मार्च को ही रात 11 बजकर 55 मिनट पर खत्म हो र​ही है. उदयातिथि के आधार पर विनायक चतुर्थी का व्रत 13 मार्च दिन बुधवार को रखा जाएगा.

3 शुभ संयोगों में है विनायक चतुर्थी व्रत
इस बार की विनायक चतुर्थी 3 शुभ संयोगों में पड़ रही है. विनायक चतुर्थी के दिन रवि योग, इंद्र योग और बुधवार का दिन पड़ रहा है. रवि और इंद्र दोनों ही शुभ योग हैं, जिसमें पूजा पाठ करने से पुण्य मिलता है, वहीं बुधवार का दिन गणेश पूजा के लिए ही समर्पित है, उस दिन विनायक चतुर्थी का होना अति शुभ फलदायी है.

व्रत वाले दिन रवि योग सुबह 06 बजकर 33 मिनट से शाम 06 बजकर 24 मिनट तक है. वहीं इंद्र योग प्रात:काल से लेकर देर रात 12 बजकर 49 मिनट तक है.

विनायक चतुर्थी 2024 मुहूर्त
विनायक चतुर्थी के दिन विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की पूजा का शुभ मुहूर्त दिन में 11 बजकर 06 मिनट से दोपहर 01 बजकर 33 मिनट तक है. इस समय में आपको विनायक चतुर्थी की पूजा कर लेनी चाहिए.


विनायक चतुर्थी 2024 चंद्रोदय समय
13 मार्च को विनायक चतुर्थी वाले दिन चंद्रोदय सुबह 08 बजकर 22 मिनट पर होगा और चंद्रास्त रात 09 बजकर 58 मिनट पर होगा.

विनायक चतुर्थी पर लगेगी भद्रा
विनायक चतुर्थी के दिन भ्रदा का भी साया होगा. व्रत के दिन भद्रा दोपहर 02 बजकर 40 मिनट से लगेगी और यह देर रात 01 बजकर 25 मिनट तक रहेगी.

विनायक चतुर्थी व्रत का महत्व
जो भी व्यक्ति विनायक चतुर्थी का व्रत रखकर गणपति बप्पा की पूजा करता है, उसे कार्य सफल होते हैं. भगवान गणेश उसके जीवन में आने वाले संकटों को दूर करते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं.